तुम नही हो
तो भी तुम
मेरे अंदर हो,
सब कुछ लेकर
चले गये पर
कुछ शेष रहा
मेरे अंदर तुम्हारा
उस शेष को
न लेजा सके तुम
क्योंकि वह शेष
मेरा नहीं तुम्हारा था !
तुम्हारा होना या न होना
नहीं महसूसता अब
और यह शेष तुम्हारे
अस्तित्व की
स्मृति नहीं मिटने देता है !
तो भी तुम
मेरे अंदर हो,
सब कुछ लेकर
चले गये पर
कुछ शेष रहा
मेरे अंदर तुम्हारा
उस शेष को
न लेजा सके तुम
क्योंकि वह शेष
मेरा नहीं तुम्हारा था !
तुम्हारा होना या न होना
नहीं महसूसता अब
और यह शेष तुम्हारे
अस्तित्व की
स्मृति नहीं मिटने देता है !