कहीं कुछ छूट जाता है जब न समेट पाने की वजह से नहीं, बल्कि जानबूझकर छोड़ दिया जाता है; वह कचोटता रहता है उम्रभर। छोड़े जाने की कोई तो वजह रही होगी या रही होगी मजबूरी, जब हमने छोड़ दिया; उस छूटे हुए पल को, जिसे उम्र आज भी आकुल है पा लेने को। काश.....................
आपके विचारों का प्रतिबिम्ब !