सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

अक्तूबर, 2017 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

छूटे हुए पल

कहीं कुछ छूट जाता है जब न समेट पाने की वजह से नहीं, बल्कि जानबूझकर छोड़ दिया जाता है; वह कचोटता रहता है उम्रभर। छोड़े जाने की कोई तो वजह रही होगी या रही होगी मजबूरी, जब हमने छोड़ दिया; उस छूटे हुए पल को, जिसे उम्र आज भी  आकुल है पा लेने को। काश.....................