तुम नही हो तो भी तुम मेरे अंदर हो, सब कुछ लेकर चले गये पर कुछ शेष रहा मेरे अंदर तुम्हारा उस शेष को न लेजा सके तुम क्योंकि वह शेष मेरा नहीं तुम्हारा था ! तुम्हारा होना या न होना नहीं महसूसता अब और यह शेष तुम्हारे अस्तित्व की स्मृति नहीं मिटने देता है !
आपके विचारों का प्रतिबिम्ब !