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अभी तो आये हो ,

अभी तो आये हो ,
और आते ही जाने की बात कह दी

कई लम्हातों के  शिकवे तुमसे है करने हमे ,
मुद्दतो के वो गिले तुमसे हैं कहने हमे 
दिल अभी भरा नहीं ..........
और दिल दुखाने की शुरुवात कर दी !
अभी तो आये हो ,
और आते ही जाने की बात कह दी

आँखों का है शिकवा हमें दीदार नहीं मिलता ,
मेरे चैन का है गिला ,मुझे करार नहीं मिलता ,
और क्या खे तन्हाई ...........
तुमने जो रुसवा हो जाने की बात कह दी  !
अभी तो आये हो ,
और आते ही जाने की बात कह दी

मेरी तमन्नाओं को न अधूरा छोड़ कर जाओ ,
ख्वाब ही सही तुम ,यूँ न मुह मोड़ कर जाओ,
अभी तो याद अये हो...............
और तुमने भूल जाने की बात कह दी  !
अभी तो आये हो ,
और आते ही जाने की बात कह दी !

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बेख्याली

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स्त्री !

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