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अमरबेल


ये जो कैक्टस पर
दिख रही है
अमरबेल ,
जानते हो यह भी
परजीवी है ठीक
राजतन्त्र की तरह।  


लेकिन
लोकतंत्र में
कितने दिन
पनप सकेगी
ये अमरबेल ,
खत्म होगा इसका भी
अमरत्व आखिर एक दिन

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मयकशी मयखाने में न रही

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