मेरी सांसों को सुर देकर;
तुम मेरा संगीत बन जाओ!
बन कर सूरज की पहली किरन;
जीवन में उजाला कर दो !
खाली है मेरे दिल का पैमाना,
तुम नेह की हाला भर दो !
मैं हूँ तेरा चिर प्रेमी और
तुम अमर प्रीत बन जाओ.........!
मेरी सांसों को सुर देकर;
तुम मेरा संगीत बन जाओ!
छोड़ के तू सारे जग को;
आ जा तू मेरी बाँहों में !
साथ चले थे-साथ चलेंगे
हम जीवन की राहों में !
अब तक हारा मैं जग से
तुम यह मेरी जीत बन जाओ.......!
मेरी सांसों को सुर देकर;
तुम मेरा संगीत बन जाओ!
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