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दरिंदे : एक नश्ल

क्या तुमने कभी देखा है, दो पैरों वाले बहशी जानवर को, ( जानवर शब्द के प्रयोग से  जानवर जाति का अपमान है ) यदि नहीं, तो अपनी  रुह से पूछो, अभी तक जिन्दा क्यों है। क्या दरिंदगी का सबसे वीभत्स रूप ईश्वर ने तुम्हारी रूह को दिया है। सृजेयता को भी ग्लानि होती होगी, देखता होगा जब तुम्हारे कुकृत्यों कों