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मुझे मेरे यार का ठिकाना बता दे !

तुझे मंदिर , मस्जिद काबा मुबारक , मुझे मेरे यार का ठिकाना बता दे ! सलीका क्या है तेरी महफ़िल का , साकी मुझे मेरा पैमाना बता दे ! नूरे-चश्म की मयकशीं का नशा कहाँ , रहे न होश वो मयखाना बता दे ! तरसती है ये निगाह दीदार को , दीदारे-यार नजराना बता दे ! बाकी भी गुजर जाय खुशफहमी में , गमे-दिल का सनम खजाना  बता दे !​