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मतलब की दुनिया में सब मतलब के साथी

 मतलब की दुनिया में सब मतलब के साथी


सबके जीवन की अपनी अलग कहानी।

एक दुःख जाए,एक दुःख आये

सुख-दुःख आते जाते -दुनिया है फानी ;

होय  उजियारा जब जले  तेल संग बाती।

मतलब की दुनिया में सब मतलब के साथी----------


किसने कब किसके दुःख को बांटा

सबने ही केवल सुख को बांटा

खुद की छाया ही साथ न दे ,

जब जब अँधियारा है आता।

छूटे साँस जब एक तो दूजी है आती।  

मतलब की दुनिया में सब मतलब के साथी----------


करें खुशामद मौका पड़ते ही पकड़ें पैर

मतलब पर न कोई अपना ना  कोई गैर,

मिलते ही पद-पैसा सब सम्बन्ध बनाते हैं

मिले दूध गाय से तो सभी लात खाते हैं,

भले बात होय तीखी है हित  की भाती।  

मतलब की दुनिया में सब मतलब के साथी-----------

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