नहीं रह पाता हूं
सहज,
देखकर दुधमुंहे
बच्चे की दुर्दशा।
मां जानती है
इसे दूध पिलाना
बहुत ज़रूरी है!
पर क्या करे
कहां से लाए
साठ रुपए किलो
पानी वाला दूध।
अब समाज पर
शासन जो इनका है,
जिन्हें अपनी शामों के लिए
ज़रूरी है सिंगल माल्ट
या जैकडेनियल व्हिस्की।
नहीं रह पाता हूं
सहज
देखकर कर्णधारों की दुर्दशा।
सहज,
देखकर दुधमुंहे
बच्चे की दुर्दशा।
मां जानती है
इसे दूध पिलाना
बहुत ज़रूरी है!
पर क्या करे
कहां से लाए
साठ रुपए किलो
पानी वाला दूध।
अब समाज पर
शासन जो इनका है,
जिन्हें अपनी शामों के लिए
ज़रूरी है सिंगल माल्ट
या जैकडेनियल व्हिस्की।
नहीं रह पाता हूं
सहज
देखकर कर्णधारों की दुर्दशा।
प्रशंसनीय
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत सराहनीय
जवाब देंहटाएंबहुत ही सराहनीय कविता।
जवाब देंहटाएंI am really happy to say it’s an interesting post to read APJ Abdul Kalam Quotes in Hindi this is a really awesome and i hope in future you will share information like this with us
जवाब देंहटाएंHeart touching poem ❤❤❤
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंहमारे ब्लॉग पर भी आइए आपका हार्दिक स्वागत है और अपनी राय व्यक्त कीजिए!
जवाब देंहटाएंहमारे ब्लॉग पर भी आइए आपका हार्दिक स्वागत है और अपनी राय व्यक्त कीजिए!
जवाब देंहटाएंWow yr
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