मतलब की दुनिया है-जानते सभी हैं,
फिर भी यहाँ मतलब निकालते सभी हैं।
अपनापन एक दिखावा भर है फिर भी,
जाहिर भले हो लेकिन जताते सभी हैं।
झूठी शान -ओ-शौकत चंद लम्हों की है,
ये जानते हुए भी दिखाते सभी हैं।
नहीं रहेगी ये दौलत सदा किसी की,
जमाने में पाकर इठलाते सभी हैं।
मौत है मुत्मइन इक न इक दिन आएगी,
न जाने क्यूँ मातम मनाते सभी हैं।
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