मेरी पीड़ा;
मुझको ही
पी जाने दो ,
मेरे जीवन की
मेरी ये घड़ियाँ
मुझको ही
जी जाने दो;
उन स्वप्निल
आशाओं के
बिखरन की पीड़ा,
तुम क्या जानोगे?
मेरे उस सच के
सच को
तुम क्या मानोगे ?
मान भी जाओ,
पर
मेरा ही रह जाने दो!
मेरी पीड़ा;
मुझको ही
पी जाने दो !
मुझको ही
पी जाने दो ,
मेरे जीवन की
मेरी ये घड़ियाँ
मुझको ही
जी जाने दो;
उन स्वप्निल
आशाओं के
बिखरन की पीड़ा,
तुम क्या जानोगे?
मेरे उस सच के
सच को
तुम क्या मानोगे ?
मान भी जाओ,
पर
मेरा ही रह जाने दो!
मेरी पीड़ा;
मुझको ही
पी जाने दो !
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