जिन्दगी है एक धूप छाँव सी;
पल-पल बदले शहर गाँव सी!
कभी मिल जाते मीठे पल,
कभी याद आते बीते कल;
हसती, रुलाती, गुदगुदाती;
कभी दुखती है जिन्दी घाव सी;
जिन्दगी है एक धूप छाँव सी;
कभी अपने भी पराये हो जाते,
कभी पराये भी अपने हो जाते!
जश्न मानती है जिन्दगी कभी;
तो कभी डगमगाती है नाव सी;
जिन्दगी है एक धूप छाँव सी;
अनजानी राहों से है गुजरती ;
तो कभी ठहराव लाती जिन्दगी!
जिन्दगी के हैं कई रंग-रूप:
है ये जिन्दगी एक बहाव सी ;
जिन्दगी है एक धूप छाँव सी;
कभी सुबह की लाली है तो
कभी लगती है उदास शाम सी;
चलते-चलते चली जाती है;
यह तो बस है एक पड़ाव सी,
जिन्दगी है एक धूप छाँव सी;
पल-पल बदले शहर गाँव सी!
पल-पल बदले शहर गाँव सी!
कभी मिल जाते मीठे पल,
कभी याद आते बीते कल;
हसती, रुलाती, गुदगुदाती;
कभी दुखती है जिन्दी घाव सी;
जिन्दगी है एक धूप छाँव सी;
कभी अपने भी पराये हो जाते,
कभी पराये भी अपने हो जाते!
जश्न मानती है जिन्दगी कभी;
तो कभी डगमगाती है नाव सी;
जिन्दगी है एक धूप छाँव सी;
अनजानी राहों से है गुजरती ;
तो कभी ठहराव लाती जिन्दगी!
जिन्दगी के हैं कई रंग-रूप:
है ये जिन्दगी एक बहाव सी ;
जिन्दगी है एक धूप छाँव सी;
कभी सुबह की लाली है तो
कभी लगती है उदास शाम सी;
चलते-चलते चली जाती है;
यह तो बस है एक पड़ाव सी,
जिन्दगी है एक धूप छाँव सी;
पल-पल बदले शहर गाँव सी!
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