मतलब की दुनिया है-जानते सभी हैं, फिर भी यहाँ मतलब निकालते सभी हैं। अपनापन एक दिखावा भर है फिर भी, जाहिर भले हो लेकिन जताते सभी हैं। झूठी शान -ओ-शौकत चंद लम्हों की है, ये जानते हुए भी दिखाते सभी हैं। नहीं रहेगी ये दौलत सदा किसी की, जमाने में पाकर इठलाते सभी हैं। मौत है मुत्मइन इक न इक दिन आएगी, न जाने क्यूँ मातम मनाते सभी हैं।
आपके विचारों का प्रतिबिम्ब !
क्या ज़ख्म कभी भरते हैं ?
जवाब देंहटाएंमन को छूते शब्द ... बेहतरीन प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंबहुत खूब .... सही है जख्म भरने में न जाने कितना समय लग जाता है
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जवाब देंहटाएंसुन्दर शेली सुन्दर भावनाए क्या कहे शब्द नही है तारीफ के लिए....!!!
sahi....jakham bharny main jamana lagta hai............
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