दूर हो जाय
जीवन का अँधेरा
फैलाओ ऐसा ही
अप्रतिम प्रकाश !
दीप जलाने से
नहीं मिटता
अंतस का
व्याप्त अन्धकार !
जब हो
प्रज्ज्वलित
ज्ञान का दीप,
बनकर स्वयं
वर्तिका
फैलाओ
प्रेम का प्रकास !
आपके विचारों का प्रतिबिम्ब !
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