अतृप्त मन की
अधूरी प्यास को
तृषा का सागर न दो,
दो मीठे शब्दों के
भूखे को ,स्वर्ण
भरा गागर न दो;
जीवन की प्यास
नही जिसे, उसको
अमरत्व का वर न दो !
लक्ष्य भटक जाय
पान्थ का , पग
उस पथ पर न दो !
टूट चुका कष्टों से;
अब ये दु:ख उसे
जीवन भर न दो !
दो मीठे शब्दों के
जवाब देंहटाएंभूखे को ,स्वर्ण
भरा गागर न दो;
aptly put!